RC Bhatia | Category: Management
Binding Type: Hard Binding
Book Details
ISBN: 9789386677747
YOP: 2018
Pages: 450
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प्र प्यारा पुस्तष्ठा बिल्लो विशवविद्यालय की बीकॉम (प्रोग्राम), सिमेस्टर 1२/-136 4 . 1 है एवं बीकॉम. (आँनर्स) सिमेस्टर 11…136प्त तु., के विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से 611०1०० 13१७०८1 61-०८111 87811]] (6.12.8), के पालूयक्रम क्रो ध्यान में रखकर लिखी गई है । पुस्तक सरल व सुबोध भाषा में लिखी गई है । विषय क्रो रुचिकर बनाने के लिए अध्याय के अन्त में व्यावहारिक प्रश्न एवं उनके उत्तर, विटूयार्थी गतिविधियाँ भी ही गई हैं ।
अध्याय 1: संप्रेषण की प्रक्रिया, प्रकृति, महत्व तथा भूमिका का अर्थ
अध्याय 2: संप्रेषण के प्रकार : मौखिक ओर गेरडमौखिंक
अध्याय 3: गेर-शाब्दिक संचार
अध्याय 4: संप्रेषण के संचरण/प्रकार
अध्याय 5: संचार के अवरोधक और प्रवेशदूवार
अध्याय 6: प्रभावशाली लिखित संचार के सिद्धांत
अध्याय 7: व्यापार संबंधी पत्र व्यवहार का अर्थ, परिभाषा ओर महत्व
अध्याय 8: व्यापार पत्र के अंग एवं उनके प्रारूप
अध्याय 9: खरीद लेनदेन में लिखे गए पत्र
अध्याय 10: पूछताछ पत्र
अध्याय 11: कोटेशन पत्र
अध्याय 12: आदेश पत्र
अध्याय 13: आदेश स्वीकृति का पत्र (आदेश स्वीकारना ओर अस्वीकृत करना)
अध्याय 14: फॉलो अप पत्र ओर ओर्डर पत्र कप्रा निरस्तीकरण
अध्याय 15: शिकायत, दावे और समायोजन पत्र
अध्याय 16: संकलन पत्र
अध्याय 17: परिपत्रक
अध्याय 18: बिक्री पत्र (बिक्री संवर्धन पत्र या व्यापार परिपत्रक)
अध्याय 19: उपभोक्ताओं दुवारा बेंक को लिखे गए पत्र
अध्याय 20: साख, बित्सीय या स्थिति पूछताछ
अध्याय 21: व्यावसायिक भाषा ओर उसका प्रयोग
अध्याय 22: अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
अध्याय 23: मुहावरे ओर लोकोक्तियों
अध्याय 24: आधुनिक तकनीक
अध्याय 25: संबंध सूचक – अव्यय/पूर्वसर्ग से जुड़े शब्द
अध्याय 26: विविध आधिकारिक बैठकों की अधिसूचना, एजेंडा और मिनट
अध्याय 27: सीवी और आवेदन पत्र लिखना
अध्याय 28: ज्ञापन ओर इंटरआंफिस ज्ञापन
अध्याय 29: रिपोर्ट लेखन
अध्याय 30: ग्रीष्म परियोजना रिपोर्ट
अध्याय 31: उल्लेखों के उदाहरण
अध्याय 32: मौखिक प्रस्तुति
प्र प्यारा पुस्तष्ठा बिल्लो विशवविद्यालय की बीकॉम (प्रोग्राम), सिमेस्टर 1२/-136 4 . 1 है एवं बीकॉम. (आँनर्स) सिमेस्टर 11…136प्त तु., के विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से 611०1०० 13१७०८1 61-०८111 87811]] (6.12.8), के पालूयक्रम क्रो ध्यान में रखकर लिखी गई है । पुस्तक सरल व सुबोध भाषा में लिखी गई है । विषय क्रो रुचिकर बनाने के लिए अध्याय के अन्त में व्यावहारिक प्रश्न एवं उनके उत्तर, विटूयार्थी गतिविधियाँ भी ही गई हैं ।
अध्याय 1: संप्रेषण की प्रक्रिया, प्रकृति, महत्व तथा भूमिका का अर्थ
अध्याय 2: संप्रेषण के प्रकार : मौखिक ओर गेरडमौखिंक
अध्याय 3: गेर-शाब्दिक संचार
अध्याय 4: संप्रेषण के संचरण/प्रकार
अध्याय 5: संचार के अवरोधक और प्रवेशदूवार
अध्याय 6: प्रभावशाली लिखित संचार के सिद्धांत
अध्याय 7: व्यापार संबंधी पत्र व्यवहार का अर्थ, परिभाषा ओर महत्व
अध्याय 8: व्यापार पत्र के अंग एवं उनके प्रारूप
अध्याय 9: खरीद लेनदेन में लिखे गए पत्र
अध्याय 10: पूछताछ पत्र
अध्याय 11: कोटेशन पत्र
अध्याय 12: आदेश पत्र
अध्याय 13: आदेश स्वीकृति का पत्र (आदेश स्वीकारना ओर अस्वीकृत करना)
अध्याय 14: फॉलो अप पत्र ओर ओर्डर पत्र कप्रा निरस्तीकरण
अध्याय 15: शिकायत, दावे और समायोजन पत्र
अध्याय 16: संकलन पत्र
अध्याय 17: परिपत्रक
अध्याय 18: बिक्री पत्र (बिक्री संवर्धन पत्र या व्यापार परिपत्रक)
अध्याय 19: उपभोक्ताओं दुवारा बेंक को लिखे गए पत्र
अध्याय 20: साख, बित्सीय या स्थिति पूछताछ
अध्याय 21: व्यावसायिक भाषा ओर उसका प्रयोग
अध्याय 22: अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
अध्याय 23: मुहावरे ओर लोकोक्तियों
अध्याय 24: आधुनिक तकनीक
अध्याय 25: संबंध सूचक – अव्यय/पूर्वसर्ग से जुड़े शब्द
अध्याय 26: विविध आधिकारिक बैठकों की अधिसूचना, एजेंडा और मिनट
अध्याय 27: सीवी और आवेदन पत्र लिखना
अध्याय 28: ज्ञापन ओर इंटरआंफिस ज्ञापन
अध्याय 29: रिपोर्ट लेखन
अध्याय 30: ग्रीष्म परियोजना रिपोर्ट
अध्याय 31: उल्लेखों के उदाहरण
अध्याय 32: मौखिक प्रस्तुति
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